दिव्यांग जागरूकता कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह का हुआ आयोजन-सुलतानपुर
दिव्यांग जागरूकता कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह का हुआ आयोजन।
सुलतानपुर 24 जून, नई सुबह मानसिक स्वास्थ्य व व्यवहार विज्ञान संस्थान वाराणसी तथा सक्षम काशी प्रांत एवं जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग सुलतानपुर के संयुक्त तत्वावधान में संशोधित दिव्यांगजन अधिनियम 2016 के जागरूकता हेतु आज पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार में एक जागरूकता कार्यक्रम तथा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें दिव्यांगता श्रेणी आदि के बारे में जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन भारत सरकार डॉक्टर कमलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि वर्ष 1995 में दिव्यांगता को भारत सरकार ने सात प्रकार में बांटा था परंतु वर्ष 2016 में भारत सरकार ने इसमें संशोधन करके दिव्यांगता श्रेणी को 21 प्रकार की कर दी परंतु कुछ महानगरों को छोड़ कर के अन्य छोटे जनपदों में इसकी जागरूकता का बहुत अभाव है जिसके कारण दिव्यांग भाई बंधुओं को यह पता नहीं हो पाता है कि हमें किस प्रकार की दिव्यांगता की श्रेणी में रखा गया है और इसके लाभ हानि क्या है इसको ध्यान में रखते हुए नई सुबह संस्था सुल्तानपुर जनपद में आज यह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर रही है इस कार्यक्रम के माध्यम से जनपद के कोने कोने में कार्य कर रहे स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बताया जाएगा कि दिव्यांगता कितने प्रकार की है और पत्र के माध्यम से उनको अवगत भी कराया जाएगा, ताकि समाज का प्रत्येक वर्ग अपने जनपद में जागरूक होकर इसका लाभ उठा सकें।
इस कार्यक्रम के आयोजक नई सुबह संस्था के निदेशक डॉ0 अजय तिवारी ने कहा कि जो व्यक्ति जो स्वयं दिव्यांग है या दिव्यांग संस्था में कार्यरत है या दिव्यांगों के लिए कई वर्षों से समाज सेवा कर रहा है उनमें से 5 व्यक्तियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। कार्यक्रम में नई सुबह में प्रशिक्षण ले रही छात्राओं ने एक नुक्कड़ नाटक किया, जो कि दर्शकों द्वारा बहुत सराहा गया। इसी क्रम में नई सुबह द्वारा विभिन्न अतिथियों को अष्टावक्र सम्मान एवं शाल द्वारा अभिवादन किया जिनमे मुख्यतः रिषा वर्मा, एस एन सिंह, चंद्रेश त्रिपाठी एवं अशोक द्विवेदी थे।
कार्यक्रम में उपस्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के डॉ0 मनोज तिवारी ने संशोधित दिव्यांगजन अधिनियम 2016 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया।उन्होंने दिव्यांगजन अधिनियम के सारे प्ररूपों का उल्लेख किया।उन्होंने बताया कि इस अधिनियम में 2022 तक 25 लाख दिव्यांगजनों को कौशल प्रशिक्षण दे कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा एवं दिव्यांगों के साथ भेदभाव किये जाने पर दो साल तक कि कैद या 5 लाख तक का जुर्माना हो सकता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अशोक द्विवेदी ने दिव्यांगता के प्रकार एवं अधिनियम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के अध्यक्ष कमला कांत पाण्डेय ने समाज को दिव्यांगता के बारे में सजक एवं जागरूक होने के लिये प्रेरित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के काम करने के लिए दूर दृष्टि का होना जरूरी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन एवं सामाजिक विकास ही यह चार मुख्य आयाम है जिनके द्वारा हम दिव्यांगों की सहायता एवं उनका विकास कर सकते है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा संचालित सेवाएं जो कि दिव्यांगों को प्रोत्साहन देता है उसका उल्लेख किया। कार्यक्रम का समापन एवं धन्यवाद ज्ञापन नई सुबह के अध्यक्ष डॉ0 अजय तिवारी ने किया।
कार्यक्रम में अतिथियों में डॉ0 सुकुमार, अखिल भारतीय संगठन मंत्री सक्षम, सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के सदस्य, वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी के नेता डॉ0 सीताशरण त्रिपाठी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, सक्षम राष्ट्रीय महासचिव डॉ0 कमला कांत पाण्डेय सहित मुख्य रूप से अमरजीत सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, आजाद तिवारी, विवेक दुबे एवं सुभाष चंद आदि उपस्थित रहे।