रायबरेली-सिर्फ जेब भरने की रहती है फिक्र, मानक की नहीं

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सिर्फ जेब भरने की रहती है फिक्र, मानक की नहीं

रिपोर्ट-हिमांशु शुक्ल

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रायबरेली : सूरत की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आग की घटना से कई घरों के चिराग बुझ गए। इसके बावजूद जिले के अफसर अभी भी सिर्फ खानापूरी करने में लगे हैं। शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से आनन-फानन एडवाइजरी जारी कर दी गई। वहीं अग्निशमन विभाग ने भी तत्परता दिखाई और जांच के लिए टीम गठित कर दी, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। कहां पर खामी है। किसी ने देखना मुनासिब नहीं समझा। सबसे खास बात यह है कि अग्निशमन विभाग से किसी भी कोचिग सेंटर ने एनओसी तक नहीं ली है। इसके बावजूद डीआइओएस कार्यालय में पंजीकरण है। इससे साफ पता चल रहा है कि मानकों से ज्यादा जेब भरने की फिक्र है। इनकी इसी लापरवाही के चलते हर पल लाडलों के जीवन पर खतरा मंडराता रहता है। जिम्मेदार हमेशा की तरह सिर्फ खानापूरी करके चुप्पी साधे हुए हैं।

बॉक्स मे

  • दुकानों और घरों में चल रहे कोचिग सेंटर
  • लालगंज: क्षेत्र में अवैध कोचिग संस्थानों की भरमार है। बैसवारा महाविद्यालय लालगंज के आसपास का क्षेत्र और आचार्य नगर मुहल्ला कोचिग हब के रूप में विकसित हो रहा है। साकेतनगर, बाईपास रोड़, अम्बेडकर मार्ग आदि इलाकों में 40 से 50 कोचिग संचालित हैं। सुबह 5 बजे से देर शाम तक विभिन्न नौकरियों से लेकर बीए, बीएससी, एमएससी आदि कक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। इनमें अधिकांश आवासीय मकानों के बाहर दुकान के रूप में बने छोटे-छोटे कमरों तक में चल रहे हैं। अग्निशमन यंत्र की कौन कहे प्यास बुझाने और गर्मी से बचने के लिए पंखे, कूलर तक की व्यवस्था नहीं है। इनमें से करीब दो दर्जन ऐसे हैं, जिनका पंजीकरण तक नहीं है।
  • इनसेट
  • जारी की एडवाइजरी, सप्ताह भर का अल्टीमेटम
  • डीआइओएस कार्यालय की ओर से सभी कोचिग संचालकों को एडवाइजरी जारी की गई। इसमें सप्ताह भर का समय दिया गया है। इसके बाद कार्रवाई की चेतावनी दी गई। इसके तहत कोचिग संस्थानों में हवा, प्रकाश, सुरक्षात्मक प्रबंध, प्रति छात्र नौ वर्ग फीट स्थान, आपातकालीन द्वार, अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और डायल 100 के फोन नंबर दीवारों पर अंकित कराने को कहा गया है।
  • अचानक कोचिग संस्थानों में पसर गया सन्नाटा
  • घटना के बाद कोचिग संचालकों की नींद उड़ी हुई है। शनिवार को अधिकांश कोचिग बंद रही। इसकी वजह जांच से बचना बताया जा रहा है। टीम गठित होने से पहले ही सूचना इन तक पहुंच गई। नतीजतन डिग्री कॉलेज चौराहा के आसपास अधिकांश कोचिग पूरे दिन बंद रहीं।