श्रीराम चिकित्सालय अयोध्या में छाई है अनियमितता,मरीजो को नही मिल रही हैं सुविधा
अयोध्या।समाचार मनोज तिवारी जिला संवाददाता Ayodhya
28 April 2019
श्रीराम चिकित्सालय अयोध्या में छाई है अनियमितता,मरीजो को नही मिल रही हैं सुविधा
प्रदेश और केंद्र सरकारें जहां एक तरफ मरीजों को बेहतर और नि:शुल्क चिकित्सा सुविधायें अस्पतालों में उपलब्ध कराने का दावा करतीं हैं वहीं आध्यात्मिक नगरी अयोध्या ( जिसके नाम पर देश और प्रदेश में सरकारें बनती और बिगड़ती हैं )
क्या कहते हैं मरीजों के तीमारदार
खानपुर निवासी संतोष तिवारी शिवाकांत दुबे
“अयोध्या नगरी में श्रीराम संयुक्त चिकित्सालय स्थापित है जिसमें मरीजों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एक मशीन कई वर्षों पहले से लगी हुई है, लेकिन यहां के यह मशीन खराब है, जिससे मरीजों को शुद्ध व शीतल पेयजल नहीं मिल पा रहा है”
क्या कहते है रामपुर भगन व्यापार मंडल के संरक्षक केशव राम वर्मा
“यहां पर लगा इंडिया मार्का टू हैंडपंप भी खराब है। संवाददाता ने दिंनांक 27अप्रैल 2019 को शाम 07बजे जब श्री राम संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया तब मशीन में लगी टोंटियां में पानी नहीं था पता चला कि मशीन खराब है। चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड मशीन कई वर्षों से बंद पड़ी है क्योंकि चिकित्सालय में कोई चिकित्सक तैनात नहीं है, जिसके कारण अल्ट्रासाउंड का कार्य नहीं हो पा रहा है।”
पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र प्रसाद वर्मा निवासी ककराही चरावा निवासी का क्या कहना है
“मरीजों को बाहर से अल्ट्रासाउंड कराना पड़ता है जिसके लिए उन्हें लंबी रकम देनी पड़ती है । इस चिकित्सालय में वैसे तो पर्चा बनवाने के लिए कई काउंटर खुले हुए हैं, लेकिन तैनात कर्मचारियों की लापरवाही के कारण एक ही काउंटर पर पुरुषों ,महिलाओं तथा वरिष्ठ नागरिकों को एक ही लाइन में लगकर घंटों इंतजार करने के बाद पर्चा बनवाना पड़ता है।”
बताते चलें कि श्री राम चिकित्सालय में रेबीज इंजेक्शन की हमेशा कमी बनी रहती है यहां मरीजों को रेबीज इंजेक्शन बाजार से खरीदना पड़ता है। इतना ही नहीं इस चिकित्सालय में जरूरी दवाइयों का अभाव है। सरकारी आदेश होने के बावजूद यहां के चिकित्सक मरीजों को बाजार से दवाइयां खरीदने के लिए लिख देते हैं जो महंगे दाम पर मरीजों को खरीदना पड़ता है। इस श्री राम संयुक्त चिकित्सालय में महिला डॉक्टर की कमी है किसी महिला डॉक्टर के न होने के कारण महिलाओं का इलाज नहीं हो पाता है। समाजसेवी लालजी भाई सत्यस्नेही द्वारा मारुति ट्रस्ट की तरफ से ₹4000000 लगाकर बनवाए गए मारुति प्रसूतिगृह को गोदाम बना रखा गया है। महिला डॉक्टर न होने के कारण प्रसव पीड़ित महिलाओं को यहां प्रसव की सुविधा नहीं मिल पाती है, जिसके कारण मजबूरन महिलाओं को प्राइवेट नर्सिंग होम या जिला महिलाअस्पताल जाना पड़ता है जिसमें उन्हें धन और समय का अपव्यय करना पड़ता है।”
बहुत सी महिलाओं की तो रास्ते में ही मृत्यु हो जाती है या रास्ते में वाहन पर ही डिलीवरी हो जाती है ।प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके अन्य मंत्रियों, सांसद, विधायक ने कभी भी श्री राम संयुक्त चिकित्सालय की इन अव्यवस्थाओं के खिलाफ ध्यान नहीं दिया और न ही यहां की कमियों को दूर करने का प्रयत्न नहीं किया, जिसके कारण सरकार की घोषणाएं केवल कागजी साबित हो रही हैं। अच्छा होगा अयोध्या के विकास और अयोध्यावासियों के कल्याण के लिए श्रीराम संयुक्त चिकित्सालय में बेहतर सुविधाएं मरीजों को उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों की नियुक्ति करने तथा अन्य सुविधाओं को बढ़ाया जाए
रिपोर्ट मनोज तिवारी अयोध्या 99 8457 6505