अगर दुर्गापूजा की भव्यता और दिव्यता का दीदार करना है तो दशहरे से सुलतानपुर की देखे ऐतिहासिक महोत्सव।आइये जानते है कब से हुआ शुरू।।

इस पूजा महोत्सव के आकर्षक का केन्द्र मूर्ति विसर्जन, जो परंपरा से हटकर पूर्णिमा को सामूहिक शोभायात्रा के रूप में शुरू होकर करीब 48 घंटे में होता है सम्पन्न