कोर्ट से निकलते ही राहुल गांधी पहुंच गए मोची की दुकान पर, और पूछी घर की खैरियत।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें जानबूझकर राजनीतिक मुकदमे में फंसाया गया है।
कोर्ट से निकलते ही राहुल गांधी पहुंच गए मोची की दुकान पर, और पूछी घर की खैरियत।
*कोर्ट से निकलते ही आखिर क्यों राहुल गांधी पहुंच गए मोची की दुकान पर, और पूछी घर की खैरियत, देखे रिपोर्ट।*
सुल्तानपुर- 8 मई को कर्नाटक के बेंगलुरु में एक चुनावी सभा के दौरान राहुल गांधी ने अमित शाह को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी। राहुल के बयान से आहत होकर जिले के कोतवाली देहात थाना अंतर्गत हनुमानगंज निवासी भाजपा नेता विजय मिश्रा ने अगस्त 2018 में राहुल के खिलाफ MP/MLA कोर्ट में परिवाद दायर किया था। लंबी प्रक्रिया चलने व पेशी पर नहीं पहुंचने को लेकर विशेष जज ने दिसंबर 2023 को राहुल गांधी के विरुद्ध वारंट जारी कर दिया। राहुल गांधी ने 20 फरवरी 2024 को कोर्ट में समर्पण किया जहां तत्कालीन जज योगेश यादव ने उन्हें 25-25 हजार के दो मुचलके पर जमानत देते हुए 2 मार्च को बयान मुल्ज़िम दर्ज कराने के आदेश दिए थे। बीते 26 जून को कोर्ट ने राहुल गांधी को व्यक्तिगत रूप से तलब किया था। कोर्ट में सुनवाई के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें राजनीतिक के तहत फंसाया गया है। इसमें उनका कोई अपराध शामिल नहीं है। राहुल गांधी के आगमन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल माला डालकर उनका स्वागत किया। इसके बाद यहां से राहुल गांधी का काफिला पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए निकला रास्ते मे थाना क्षेत्र कूरेभार के विधायक नगर चौराहे के पास आकस्मिक उनकी नज़र एक मोची की दुकान पर पड़ी और काफ़िला रुक गया ,राहुल गांधी उस दुकान पर जा कर दुकानदार चेत राम से मिले ,उनकी व उनके परिवार की हाल चाल जानने के बाद उनके व्यवसाय की समस्या के बारे में जानकारी ली साथ ही उनके द्वारा किये जा रहे कार्य मतलब जूता चप्पल की सिलाई को करीब से देखा।इस दौरान कांग्रेसियों और स्थानीय लोगों का जमावड़ा राहुल गांधी को देखने के लिए भी जमा रहा।
इस पूरे मामले पर कोऑपरेटिव अध्यक्ष विजय मिश्र,संतोष कुमार पांडेय, वादी अधिवक्ता और प्रतिवादी अधिवक्ता क्या कहते है देखे पूरी रिपोर्ट।