अमेठी- अत्तानगर अल्पिका की सफाई केवल कागजो पर खर्च हुए 95 लाख ,फिर भी किसान पानी विना परेशान
अत्तानगर अल्पिका की सफाई केवल कागजो पर खर्च हुए 95 लाख ,फिर भी किसान पानी विना परेशान।
गौरीगंज अमेठी। खरीफ सीजन में किसानों को धान की रोपाई के लिए पर्याप्त पानी चाहिए, लेकिन मैंढ़ी नहर के टेल पर बसे दर्जनो गांवों के किसानों के खेत बेपानी है। नहर के टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा। इससे धान की नर्सरी की सिंचाई में परेशानी हो रही है। शिकायत के बावजूद सिंचाई विभाग के अधिकारी किसानों की समस्या को लेकर बेपरवाह है ऐसे में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
जिले के किसान सिंचाई की समस्या से जूझ रहे हैं। नहरों में टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। नहरों में कम पानी छोड़े जाने के कारण अभी तक पानी टेल तक नही पहुंच पा रहा है। किसानों की माने तो सिंचाई विभाग दावा करता है कि नहरों का पानी नहरों के टेल तक पहुंचाया जाएगा, लेकिन विभागीय दावे टाय-टाय फिस्स होते दिखाई पड़ रहा है। मैंढी़ नहर सिल्ट व झाड़ झंखाड़ से पटी हुई है। इसके चलते हर साल खरीफ सीजन में पानी की किल्लत होती है। किसान हर बार नहर की सफाई करने के लिए हंगामा करते हैं, लेकिन अधिकारी इसको लेकर बेपरवाह बने हुए हैं।
मामला शारदा सहायक खंड 41 अमेठी से आतानगर अल्पिका माइनर से जुड़ा हुआ है जिसकी सफाई हर वर्ष केवल कागजों पर होती है आप खबर में लगी फोटो के माध्यम से या मौके पर जाकर देख सकते हैं आपको लगेगा कि इस माइनर की सफाई कई वर्षों से नहीं हुई है लेकिन सफाई के नाम पर वर्ष 2022-23 में0.95 लाख रुपए का खर्च दिखाया गया है। जो सफाई का कार्य केवल कागजों पर किया गया है क्षेत्रीय किसानों कोशिकाती प्रार्थना पत्र देकर माइनर की सफाई कराई जाने वह अपनी चलाई जाने की मांग की गई है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा समस्या का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया गया है। किसान रामविलाश तिवारी,रमापति मिश्र रामेन्द मिश्र, अभिषेक कुमार मिश्र(हनुमान)श्रीनाथ सरोज रामबहादुर यादव अयोध्या यादव सहित 10 दजंन से अधिक किसानो का कहना है कि माइनर की सफाई नहीं कराई गई है। कांटा साइफन से पानी टेल तक नहीं पहुंच पाता यदि नहर को पूरी क्षमता से भी संचालित किया जाए तो भी टेल पर पानी कुलवा नहीं पकड़ पाता है।
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