सुल्तानपुर- अब स्वंय सहायता समूह से चलने वाली प्रेरणा कैंटीन में उपभोक्ताओं को मिलेगी रेस्टोरेंट जैसे आधुनिक सुविधाएं- के.डी गोस्वामी।,
इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट लखनऊ व मान्यवर काशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट दो संस्थाओं के साथ यूपी.एस.आर.एल.एम. ने अपना अनुबंध किया है।
अब स्वंय सहायता समूह से चलने वाली प्रेरणा कैंटीन में उपभोक्ताओं को मिलेगी रेस्टोरेंट जैसे आधुनिक सुविधाएं,-के.डी गोस्वामी।
जनपद की सात प्रेरणा कैंटीनो का हुआ चयन।
सुल्तानपुर- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अब जनपद की सात प्रेरणा कैंटीन आधुनिक साज सज्जा व गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं से लैस होगी।
इस बात की जानकारी एक भेंटवार्ता के दौरान डी.सी.एन आर एल एम के.डी गोस्वामी ने के.डी न्यूज़ संवाददाता को दी। श्री गोस्वामी ने बताया कि केरल की संस्था कुटुंब जो एनआरओ के रूप में (नेशनल रिसोर्स ऑर्गनाइजेशन) केरला में फ्रूट कलेस्ट को डेबलेप किया और वहां की प्रेरणा कैंटीन को अपग्रेड किया, मतलब सर्विसेज में बदलाव किया है, जैसे यह संस्था प्राचीन तरीके को अपग्रेड करना, कार्य व्यवहार, कैंटीन का लुक बदलना,भोजन की गुणवत्ता बढ़ाना समेत तमाम संबंधित तरीके अपना कर अत्याधुनिक कर किया है।
डीसी एन.आर.एल.एम. ने आगे बताया कि इसके लिए
इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट लखनऊ व मान्यवर काशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट दो संस्थाओं के साथ यूपी.एस.आर.एल.एम. ने अपना अनुबंध किया है। जिसमे जनपद की हमारी महिलाओं जो पहले से कैंटीन का ग्रोथ कर रही हैं और प्रेरणा कैंटीन चला रही हैं उनको ट्रेंड करेगी।
आगे अधिक जानकारी देते हुए के.डी गोस्वामी ने बताया कि इसी के दृष्टिगत जनपद की सात प्रेरणा कैंटीन सीएचसी बल्दीराय, भदैया, लंभुआ, दोस्तपुर, और विकास भवन की प्रेरणा कैंटीन व विकास भवन की दीदीज शॉप के साथ एक कुड़वार में स्थिति कैंटीन का चयन किया गया है । प्रारंभिक चरण में इनकी सफलता को देखते हुए इस कार्यक्रम सभी जनपदों की कैंटीन में लागू किया जाएगी।
श्री गोस्वामी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद की ट्रेनिंग की प्रक्रिया तीसरे चरण पर हैं और जल्द ही अब चयनित कैंटीन की महिलाओं को ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाएगा। बातचीत के अंत मे डीसी एन.आर.एल.एम.ने बताया कि संस्था द्वारा ट्रेनिंग के बाद प्रेरणा कैंटीन का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कराया जाएगा,जैसे गैस बर्तन, कम जगह में ज्यादा एक्टविस्ट कैसे कर पाएंगे, उसका पूरा सिस्टम वह टीम बताएगी और जरूरत की चीजें संबंधित संस्था एनआरओ द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।