सुलतानपुर जिलाधिकारी के (खेल मैदान)ड्रीम प्रोजेक्ट पर लग गया है ब्रेक।

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जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी जनपद में ज्यादातर खेल के मैदान एसडीएम की लापरवाही के चलते नही हो पा रहे हैं अतिक्रमण मुक्त।

जिलाधिकारी जसजीत कौर के (खेल मैदान)ड्रीम प्रोजेक्ट पर लग गया है ब्रेक।

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सुलतानपुर । सुपर कॉप जिलाधिकारी जसजीत कौर के निर्देशन में जिले की सभी ग्राम पंचायतों में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए सभी सुविधाओं से लैस खेलकूद के लिए मैदान बनाए जाएंगे । इसके लिए डीएम जसजीत कौर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि अपनी-अपनी तहसीलों की ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान बनाने के लिए प्राथमिकता पर जमीन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस बात की जानकारी जिलाधिकारी जसजीत कौर ने एक भेंटवार्ता के दौरान के.डी न्यूज़ को दी,आगे उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस खेल मैदान का निर्माण कार्य कराया जाना है जिससे ग्रामीण युवाओं को स्थानीय स्तर पर खेलकूद की सुविधा मिल सके। ऐसा देखा जा रहा है कि कई खेल मैदान की जमीनों पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। अतिक्रमण होने की दशा में उसे अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए एसडीएम को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है कि जल्द ही खेल के मैदान को अतिक्रमण मुक्त कराये। आगे बातचीत के दौरान डीएम जसजीत कौर ने बताया कि आदर्श खेल मैदान के लिए बाउंड्रीवाल, महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम ,शौंचालय, दर्शक दीर्घा, योगा प्लेटफार्म, वृक्षारोपण रनिंग ट्रैक, पेयजल के लिए हैंडपम्प,  फुटबॉल कोर्ट, क्रिकेट पिच और अन्य खेलों के लिए संसाधन और सुविधाएं मुहैया होगी।उन्होंने बताया कि खेल मैदान के लिए आरक्षित ऐसी जमीनें जो खेल मैदान निर्माण व विकास के लिए उपयुक्त हैं, उन पर खेल बाउंड्रीवॉल, समतलीकरण, विभिन्न खेलों के लिए कोर्ट आदि का निर्माण मनरेगा योजना से कराया जाएगा। शौचालय और उपकरणों की व्यवस्था पंचायती राज विभाग करेगा। सोलर लाइट की व्यवस्था अतिरिक्त ऊर्जा श्रोत विभाग से होनी है। केंद्रीय वित्त व राज्य वित्त आयोग से पेयजल के लिए हैंडपंप की व्यवस्था ग्राम पंचायत निधि से होगी।

वही जिलाधिकारी के (खेल मैदान) ड्रीम प्रोजेक्ट पर कूरेभार के खण्ड विकास अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्र से मुलाकात की गई और इस सम्बंध में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर लगभग 20 खेल के मैदान चिन्हित हैं पैमाइश और चिन्हीकरण होने के बाद उस पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराया जाएगा।12 पंचायतों में एक एकड़ से बड़े क्षेत्रफल खेल के मैदान पंजीकृत है जिसकी पहचान की गई है जिनकी पैमाइश के बाद चिन्हीकरण करा कर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा खेल के मैदान के बाबत एसडीएम जयसिंहपुर,और सदर को पत्र लिखा है कि एक रोस्टर के साथ टीम बना कर सचिव व लेखपाल मौके पर पहुँच कर पैमाइश कर दे तो उसकी आईडी वही बना दी जाय और कार्य शुरू हो जाय।

शाशन के निर्देश और जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी जनपद में ज्यादातर खेल के मैदान एसडीएम की लापरवाही के चलते अतिक्रमण मुक्त नही हो पाया है जिससे जिलाधिकारी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर ब्रेक लग गया है।

प्रदेश के 43907 ग्राम पंचायतों में ज्यादातर ग्राम पंचायत में जमीनों का चिन्हिकरण नही

गौरतलब हो कि प्रदेश के 43907 ग्राम पंचायतों में ज्यादातर ग्राम पंचायत में जमीनों का चिन्हिकरण नही हो सका है। प्रदेश में खेल संस्कृति के विकास के लिए प्रत्येक राजस्व गांव में अनिवार्य रूप से 1 हेक्टेयर भूमि चिन्हित कर खेल का मैदान विकसित करने के आदेश सभी जिलाधिकारियों को किए गए हैं शासनादेश में यह व्यवस्था भी दी गई है कि अलग से खेल का मैदान अथवा जमीन उपलब्ध ना होने की दशा में प्राथमिक विद्यालय के लिए आरक्षित जमीन से विद्यालय की आवश्यकता से शेष बची जमीन पर खेल मैदान विकसित किया जाए विकसित किए गए खेल मैदान की देखरेख संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा की जाएगी सीमा की सुरक्षा के लिए समुचित व्यवस्था की जाएगी ताकि भविष्य में उस पर अतिक्रमण ना हो सके।