“गिर-गिर कर जो सीख रहा हूं, आनन्द है इसमें जीने का” प्रेरणादायक चंद सार्थक लाइनों के प्रबल हामीकार सीडीओ अंकुर कौशिक ने जिले के चहुमुंखी विकास का उठाया हैं बीड़ा।

– Advertisement -सुलतानपुर ।  ” मेरा तो कुछ और नहीं सिर्फ बल है मेरे सीने का, गिर-गिर कर जो सीख रहा हूं आनन्द है इसमें जीने का । हंस कर लहू पोंछता हूं ,हर बार यही सोचता हूं ,अगर गिरूं तो धरती हिल जाए , न गिरूं तो सबकुछ मिल जाए , गिरने से कभी डरा … Continue reading “गिर-गिर कर जो सीख रहा हूं, आनन्द है इसमें जीने का” प्रेरणादायक चंद सार्थक लाइनों के प्रबल हामीकार सीडीओ अंकुर कौशिक ने जिले के चहुमुंखी विकास का उठाया हैं बीड़ा।