– Advertisement -किसी सोते को गफलत से जगा देना बगावत हैं,किसी कमजोर के हक को दिला देना बगावत हैं,अगर सच्चियो का गीत गाना ही बगावत है तो हम भी एक बागी हैं माज़रा बताओ। जैसे ही इस शायरी को सांसद ने पढ़ा जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट होने लगी। यह है उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा … Continue reading सांसद ने क्यो कहा कि किसी सोते को गफलत से जगा देना बगावत हैं,तो हम भी एक बागी हैं माज़रा बताओ। क्या है पूरा वाक्या, देखे पूरी कहानी की वीडियो रिपोर्ट।
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