यूपी/सुल्तानपुर-आखिर चार हजार शिक्षकों ने क्यू लिया इतना बड़ा फैसला?देखे पूरी रिपोर्ट
–सुल्तानपुर में उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों का प्रदर्शन चल रहा रहा है। इस प्रदर्शन में प्राथमिक और माध्यमिक दोनों विद्यालयों के सैकड़ो शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने सरकार को अपना विरोधी बताते हुये इनकी नीतियों को दमनकारी बताया। दरअसल पिछले 5 सितंबर से शिक्षक बचाओ सम्मान के तहत इनका ये प्रदर्शन चल रहा है और आज इसका पांचवां चंरण है। सुल्तानपुर के बेसिक शिक्षा कार्यालय में आज जिले के तकरीबन 4 हज़र शिक्षकों ने अवकाश ले रखा है और आज अपनी मांगों को लेकर यहां एकत्रित हुये हैं। शिक्षक नेताओं की माने तो 12 सूत्रीय मांगों को लेकर ये प्रदर्शन कर रहे हैं । जिन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने इनकी सभी मांगों को पूरा नही किया तो शिक्षक महासंघ जो भी निर्णय लेंगे उसी आदर पर ये आगे आएंगे। इन्होंने चेतावनी भी दी है कि अपनी मांगे पूरी न होने पर ये हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
सुल्तानपुर 21 जनवरी मंगलवार को जिले के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के परिसर में उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के तत्वाधान में आयोजित सामुहिक आकस्मिक अवकाश पर रहकर धरना आयोजित हुआ।धरना की अध्यक्षता उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र नारायण मिश्र ने किया। प्रवक्ता निजाम खान ने बताया कि सरकार की शिक्षक नीतियों के विरुद्ध धरना में शिक्षक नेताओ ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया।छात्र और शिक्षकहित कि समस्यायों को नजरअंदाज करना महंगा पड़ेगा।हमारी लड़ाई सरकार के विरुद्ध है ना कि अपने लोगों के।हम शिक्षक सम्मान के लिए लड़ रहे हैं और जब तक यह हासिल नहीं होता है प्रदेश का एक एक शिक्षक शांत नहीं बैठने वाला।आज शिक्षक महासंघ के बैनर तले विगत 5 सितंबर से शिक्षक सम्मान बचाओ आंदोलन के द्वारा सरकार की तन्द्रा दूर करने के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा /डी आई ओ यस कार्यालय परिसर में सामुहिक अवकाश/तालाबन्दी कार्यक्रम के धरने को सम्बोधित करते हुए उक्त बातें प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री वीरेंद्र नरायन मिश्र ने कहा। जनपद के हजारों शिक्षकों ने आज अपने-अपने विद्यालयों से आकस्मिक अवकाश लेकर अपनी जायज मांगों के समर्थन धरना देते हुए आक्रोश व्यक्त किया। प्रमुख मांगों के बारे में प्रकाश डालते हुए महा संघ के जनपदीय संयोजक राजेंद्र प्रसाद मिश्र ने बताया कि विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं, पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षकों के समाप्त किए गए पदों को बहाल करने, विनियमितीकरण,प्रेरणा एप्प,कई तरह के वेतन विसंगतियां, परिवार कल्याण भत्ता समेंत बंद किए भत्ते, मृतक आश्रितों की शिक्षक के रूप में नियुक्ति, 17140 समेत वेतन विसंगतियों, संविलियन, अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में हो रही असुविधाओं समेत कई अन्य शिक्षक समस्याओं को लेकर शिक्षक छुब्ध और आंदोलित हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपदीय मंत्री एच बी सिंह ने बताया कि प्रदेश के शिक्षक विगत 15 जनवरी से लगातार काली पट्टी बांधकर अपने शिक्षण दायित्वों को करते हुए आशा में प्रदेश सरकार की तरफ देख रहे थे कि क्या पता अभी भी शिक्षकों की पीड़ा का संज्ञान लेते हुए सरकार सामूहिक अवकाश तालाबंदी जैसे बड़े आंदोलन की तरफ शिक्षकों न जाने दे।परंतु निरंकुश सरकार को कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा। संघ के जनपदीय प्रवक्ता निजाम खान ने शिक्षकों के भारी उपस्थिति से अहलादित होकर सरकार को चेताया कि हमें केवल विद्यालय मे शिक्षक भूमिका में सीमित देखने समझने वाले नियंताओ को समय रहते सचेत हो जाना चाहिए। हम स्कूल में शिक्षण के साथ समाज को दशा दिशा देने का भी कार्य करते हैं। यह भी याद रखना चाहिए। अंग्रेजो से भी क्रूर सरकार सरकारी उपक्रमो को निजी हाथों मे सौपना चाहती है।शिक्षको की जायज मांगो का निस्तारण करने के बजाय प्रशिक्षण कराने में व्यस्त है।प्रशिक्षण के बहाने विभागीय बजट का बंदरबांट कर रहे है शासन में बैठे लोगों से लेकर ब्लॉक स्तर तक।सभा को माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री अरुण प्रताप सिंह उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार पांडे विनोद यादव दुबेपुर अध्यक्ष राम बहादुर मिश्रा अंजनी शर्मा राज बख्श मौर्या हरि श्याम मौर्य, विजय प्रताप यादव ने सम्बोधित किया। इसके उपरांत जुलूस में परिवर्तित धरना धारियों ने शिक्षक एकता के नारे लगाते हुए पोस्ट ऑफिस चौराहे होते हुए कलेक्ट्रेट में पहुंचकर जिलाधिकारी महोदय के प्रतिनिधि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर प्रशांत पाण्डेय,विनोद यादव , जय प्रकाश वर्मा, राम बहादुर मिश्रा,शिव नारायन वर्मा ,बृजेश सिंह,भूपेंद्र सिंह,मनोज मिश्रा,दिनेश यादव,राधेश्याम, के के तिवारी,अनन्त नरायन मिश्रा, रणविजय सिंह,अखिलेश उपाध्याय, उमेश यादव,राजभख्श मौर्य,करुण सिंह,विनय तिवारी,हेमन्त यादव ,सिकन्दर वर्मा,मुहम्मद मुज्तबा,लईक खान,रमन तिवारी सन्दीप वर्मा डॉ पल्लवी तिवारी, मीरा यादव,माया नन्दा।मिन्हाजुद्दीन मदरसा संघ के कोषाध्यक्ष,धीरज सक्सेना, दुर्गा शंकर उपाध्याय, राघवेंद्र प्रताप सिंह ,चंदे देव दुबे,मशहूर आलम,आशुतोष पाण्डेय,हरि शयन मौर्य,मनोज सिंह ,अर्चना,मारिया सुल्ताना,प्रियंका तिवारी,अर्चना,रचना,अनीता पाण्डेय, त्रिभुवन पाण्डेय,सन्तोष आर्य,विजय प्रताप यादव,अंजनी शर्मा, अंजनी नन्दन पाण्डेय,राज कुमार गुप्ता,प्रमोद,राजमणि यादव,हरिश्चंद्र यादव ,सुशील पाण्डेय,नसीम ,विनय पाण्डेय,आदि हजारो लोग उपस्थिति रहे।