यूपी/रायबरेली-जल्द ही तैयार होगा बच्चों का आइसीयू वार्ड : डॉ. एनके श्रीवास्तव

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जल्द ही तैयार होगा बच्चों का आइसीयू वार्ड : डॉ. एनके श्रीवास्तव

रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला

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रायबरेली – गंभीर बीमारी या संक्रमण से ग्रसित 12 साल तक के बच्चों के लिए जल्द ही जिला अस्पताल में आइसीयू वार्ड शुरू होने जा रहा है। 10 बेड के इस पीडियाट्रिक वार्ड के लिए स्थान नियत कर दिया गया। कुछ उपकरण भी आ गए हैँ। उम्मीद है कि वर्ष 2020 के पहले माह में ही यहां चिकित्सा सुविधाएं मिलने लगेंगी। अभी बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें निजी चिकित्सालय या फिर लखनऊ रेफर कर दिया जाता है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वेक्टर जनित रोगों से बचाव के क्रम में आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) यानी गहन देखभाल इकाई की स्थापना की जा रही है। अस्पताल में वार्ड नंबर दो और तीन के बीच से जो गैलरी गई है, उसी के अंतिम छोर पर नई बिल्डिग में पीडियाट्रिक वार्ड बन रहा है। अगर ये सुविधा यहां मिलनी शुरू हो जाती है तो बड़ी संख्या में बच्चों की जान बचायी जा सकेगी। क्योंकि यहां से लखनऊ ले जाने में लगभग दो घंटे का वक्त लग जाता है। हालत ज्यादा गंभीर होने के चलते फिर बीमार बच्चों का जिदा बच पाना और मुश्किल हो जाता है।

इनसेट-

क्या है आइसीयू

जब बच्चा ऐसी किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा हो, जिसमें उसे 24 घंटे चिकित्सा विशेषज्ञों की कड़ी निगरानी में रखना आवश्यक हो, तब उसको आइसीयू में रखा जाता है। इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित हेल्थ केयर के जानकारों को नियुक्त किया जाता है। यहां पर विशेष निगरानी उपकरण होते हैं। जिसमें सबसे मुख्य होता है वेंटीलेटर। इसका उपयोग तब किया जाता है जब मरीज स्वयं सांस नहीं ले पाता है। हार्ट मॉनीटर के जरिए बच्चे के दिल की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। जब बच्चा खाना खाने में असमर्थ होता है तो उसे खाने की नली लगाकर भोजन दिया जाता है। यूरिन यानी पेशाब के लिए कैथेटर लगाया जाता है।

” आइसीयू के लिए स्थानीय स्तर पर सभी काम पूरे हो गए हैं। उपकरण और स्टाफ आना बाकी है। उम्मीद है कि हम जल्द ही ये सुविधा भी उपलब्ध करा देंगे।”

– डॉ. एनके श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला चिकित्सालय रायबरेली