अमेठी-रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मनाया गया हिंदी दिवस
अमेठी।रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मनाया गया हिंदी दिवस
चंदन दुबे की रिपोर्ट
आज रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,अमेठी में हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी विभाग द्वारा मालवीय सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि हिन्दी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं गुरू गोरक्ष शिखर सम्मान 2019 से सम्मानित डॉ0 अनुज प्रताप सिंह एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 त्रिवेणी सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ0 अनुज प्रताप सिंह ने कहा आज हिन्दी को केवल हिन्दी विषय तक ही सीमित कर दिया गया है। हिन्दी को रोजी-रोटी से जोड़ने की जरूरत है।आज हिन्दी को कमजोर करने में विदेशी कम्पनियों की भूमिका अग्रणी है।भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद भारतीय संविधान के निर्माण के समय ही कहा था कि इस संविधान का सबसे बड़ा दोष यह है कि इसे हिन्दी में नहीं लिखा गया है।आज हिन्दी को सशक्त बनाने के लिए प्राथमिक शिक्षा हिन्दी भाषा में देने की जरूरत है। विश्व के सभी देशों ने अपनी आजादी के बाद मातृ भाषा को राष्ट्र भाषा के रूप में स्वीकार किया।केवल भारत में ही राष्ट्र भाषा को लेकर दुविधा बनी रही जिसके कारण हिन्दी निरन्तर कमजोर होती चली गयी।
डॉ0 त्रिवेणी सिंह ने कहा कि हिन्दी का विकास तभी सम्भव है जब वह शासन की भाषा होगी।भाषा और संस्कृति एक सिक्के के दो पहलू हैं।भाषा मजबूत होगी तभी संस्कृति संरक्षित रहेगी।आज हिन्दी सिनेमा हिन्दी को आम आदमी से जोड़ने का कार्य कर रहा है।अतिथियों का स्वागत डॉ0 सीमा सिंह और आभार हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ0 सुरेन्द्र प्रताप यादव ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में डॉ0 रामसुन्दर यादव, डॉ0 धन्नजय सिंह, डॉ0 ओ0पी0 त्रिपाठी, डॉ0 देवेन्द्र मिश्र, डॉ0 दिलीप कुमार सिंह, सुनील दत्त सिंह, विवेक कुमार सिंह, डॉ0 अक्षयवर नाथ तिवारी, डॉ0 नीतू सिंह, डॉ0 रीना त्रिवेदी, डॉ0 सुधीर सिंह आदि शिक्षकों ने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 जयेश त्रिपाठी ने किया।