रायबरेली-इंग्लिश मीडियम स्कूलों में चयन पर पसोपेश में गुरुजी रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
इंग्लिश मीडियम स्कूलों में चयन पर पसोपेश में गुरुजी
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को निजी स्कूलों की तरह शिक्षा मिले, इसके लिए इंग्लिश मीडियम पढ़ाई कराने का निर्णय लिया गया। 2018 में चयनित विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की तैनाती नहीं होने के कारण महज खानापूरी होकर रह गई। अब वर्तमान सत्र 2019 में चयन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। जैसे-तैसे परीक्षा हो गई, लेकिन साक्षात्कार स्थगित कर दिया गया। इसके चलते गुरुजी पशोपेश में है कि पुराने विद्यालय में रहेंगे या फिर अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई करेंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए 209 विद्यालयों का चयन किया गया। इसमें गत सत्र में 95 जबकि वर्तमान सत्र में 114 विद्यालय शामिल हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए अंग्रेजी माध्यम से पढ़े शिक्षकों और अच्छी जानकारी रखने वाले शिक्षकों से आवेदन मांगे गए। उद्देश्य साफ था कि चयन उन्हीं का हो, जो मानकों पर खरे उतरें। इस दौरान 733 शिक्षकों ने मंशा जाहिर करते हुए आवेदन किया। बीती 27 मई को परीक्षा कराई गई। इसमें 550 ने ही प्रतिभाग किया। सबको उम्मीद थी कि जल्द ही अंग्रेजी माध्यम से संचालित विद्यालय के शिक्षक बन जाएंगे, लेकिन उनकी उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं। इसकी वजह साक्षात्कार का स्थगित होना है।
- इनसेट –
- अंग्रेजी माध्यम से भरोसे विद्यालय बदलने की चाहत
- हालांकि शिक्षकों द्वारा अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाने से ज्यादा विद्यालय बदलने की चाहत है। सूत्रों की माने तो कई शिक्षक काफी दूरदराज तैनात हैं। काफी समय से नजदीकी विद्यालीय में तैनात होने की कोशिश में लग थे, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। ऐसे में नजदीकी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में तैनाती पाने की फिराक में हैं। इसको लेकर सेटिग-गेटिग का दौर भी शुरू हो गया है।
- कोट
- ” अपरिहार्य कारणों से साक्षात्कार स्थगित किया गया है। जल्द ही नई तिथि की घोषणा की जाएगी। नियमानुसार ही शिक्षकों की तैनाती होगी। “
– पीएन सिंह, बीएसए,