बलरामपुर-स्वास्थ्य केन्द्रों पर 14 जून को मनाया जाएगा ‘‘अंतरा दिवस’’, जाने क्या है अंतरा इंजेक्शन का लाभ
स्वास्थ्य केन्द्रों पर 14 जून को मनाया जाएगा ‘‘अंतरा दिवस’’, जाने क्या है अंतरा इंजेक्शन का लाभ
- रिपोर्ट-रंजीत तिवारी
- बलरामपुर 12 जून। समुदाय में परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य मे सुधार लाने के लिए जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर “अंतरा दिवस’’ का आयोजन किया जाएगा। इस दिन स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाली महिलाओं को तिमाही गर्भ निरोधक इंजेक्शन “अंतरा” का महत्व बताकर अपनाने की सलाह दी जाएगी।
जिले के सभी 3 जिला अस्पताल, 9 सामुदायिक व 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 14 जून को अंतरा दिवस मनाया जाएगा। परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों मे अंतरा इंजेक्शन कुल प्रजनन दर 4.9 को कम करने काफी सहायक है। ऐसी महिलायें जिन्होंने पहली बार तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन लगवाया है उन्हे निःशुल्क टोल फ्री नंबर 1800 103 3044 पर फोन करके अपना नाम पंजीकृत करवाना होता है, जिससे समय-समय पर अंतरा इंजेक्शन संबंधी परामर्श की सुविधा उन्हे मिलती रहे। महिलाओं का नाम पंजीकृत करवाने में क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता सहयोग भी करेंगी।- डा. घनश्याम सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर अंतरा दिवस मनाने के निर्देश दे दिये गये हैं। सेवा प्रारम्भ करने से पूर्व स्टाफ नर्स व एएनएम के द्वारा लाभार्थी की काउंसलिंग की जाएगी। प्रशिक्षित एमबीबीएस चिकित्सक संभावित लाभार्थी का परीक्षण करेंगे। मेडिकल इलेजिबिलिटी क्राइटेरिया के अनुसार संतुष्ट होने पर लाभार्थी को गर्भनिरोधक अपनाने की सलाह दी जाएगी। प्रशिक्षित सेवा प्रदाता के द्वारा लाभार्थियों की मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद प्रशिक्षित एमबीबीएस चिकित्सक की निगरानी में अंतरा का प्रथम डोज दिया जाएगा
-
तुलसीदास तिवारी जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई ने बताया कि जो महिलाएं बच्चों के जन्म में अंतर रखना चाहती हैं “अंतरा” उनके लिए एक बेहतर विकल्प है। उन्होने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर तिमाही अंतरा इंजेक्शन निःशुल्क उपलब्ध है, इच्छुक दंपत्ति अनचाहे गर्भ से बचने के लिए इसका लाभ कभी भी उठा सकते हैं।
क्या है अंतरा इंजेक्शन-
-यह एक आधुनिक एवं अस्थायी तिमाही गर्भ निरोधक साधन है। इस विधि को शुरू करने से पहले प्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा जांच कराना अत्यंत आवश्यक है। लंबे समय तक गर्भ से बचाव के लिए इसको हर तीन महीने पर लगवाना चाहिए।
क्या है लाभ-
-स्तनपान कराने वाली मां प्रसव के 6 सप्ताह बाद अंतरा अपना सकती हैं, इससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जो महिलाएं गर्भ निरोधक गोली नहीं खा सकतीं वे इसका इस्तेमाल कर सकतीं हैं। इससे संबंध बनाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और कुछ मामलों में ये माहवारी के दौरान होने वाली ऐठन को भी कम करता है।
कौन लगवा सकता है-
वे दंपत्ति जिनका परिवार अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अभी बच्चे नहीं चाहते हैं या दो बच्चों मे अंतर रखना चाहते हैं। अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए व प्रसव पश्चात, बच्चे को दूध पिलाने वाली माताएँ 6 सप्ताह बाद तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन लगवा सकती हैं।