अमेठी-न्यायालय का आदेश नही मानते थानाध्यक्ष पीपरपुर नही पंजीकृत किया मुकदमा-चंदन दुबे की रिपोर्ट

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न्यायालय का आदेश नही मानते थानाध्यक्ष पीपरपुर नही पंजीकृत किया मुकदमा

चंदन दुबे की रिपोर्ट

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अमेठी-जहां एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार पुलिस की छवि को सुधारने में लगी है वहीं अमेठी जिले की पीपरपुर पुलिस अपने पुराने रवैये को छोड़ना नहीं चाह रही है।

उक्त प्रकरण थाना पीपरपुर के ग्राम नगरडीह का है जहां की प्रेमा देवी पत्नी कन्हैयालाल ने जिला न्यायालय सुलतानपुर के एसीजेएम पंचम के यहाँ प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए दिए गए प्रार्थना पत्र में गांव के ही कुछ लोगों पर आरोप लगाया था कि 30.07.16 को आरोपियों ने पीड़िता के विद्युत कनेक्शन केबल एवं विद्युत विभाग के पोल तथा तार को काटकर चोरी से उठा ले गए थे एवं विद्युत आपूर्ति बाधित कर दिए थे।

इस प्रकरण के सम्बंध में न्यायालय द्वारा थाना स्थानीय पर कोई अभियोग पंजीकृत है या नहीं की आख्या मांगी गई थी जिस पर पीपरपुर पुलिस ने कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं होने की आख्या न्यायालय को भेजी थी जिसके उपरांत 04.05.2019 को न्यायालय ने पीपरपुर थानाध्यक्ष को मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना के लिए आदेशित किया था परन्तु न्यायालय के आदेश को लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी पीपरपुर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया।इस सम्बंध में प्रभारी निरीक्षक पीपरपुर श्यामसुंदर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस प्रकरण का मुकदमा दो वर्ष पूर्व में ही पंजीकृत हो चुका था।

अब पीपरपुर पुलिस पर सवाल यह उठता है कि जब इस घटना के सम्बन्ध में पहले ही मुकदमा दर्ज हो चुका था तो न्यायालय को दी आख्या में कोई अभियोग (मुकदमा) पंजीकृत नहीं होने की रिपोर्ट क्यों भेजी गई।या न्यायालय को गुमराह किया गया।पीपरपुर पुलिस की कार्यशैली से ऐसा प्रतीत होता है कि न्यायालय के आदेश को नजरअंदाज किया जा रहा है।

न्यायालय के आदेश पर थानाध्यक्ष पीपरपुर मुकदमा पंजीकृत करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।