बाराबंकी-मौजूदा भाजपा सांसद ने दिखाए बगावती तेवर , नेतृत्व से पूँछा आखिर क्यों काटा टिकट

असन्तोष में ताज़ा नाम जुड़ा है बाराबंकी से मौजूद भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत का ।

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मौजूदा भाजपा सांसद ने दिखाए बगावती तेवर , नेतृत्व से पूँछा आखिर क्यों काटा टिकट


भाजपा के टिकट वितरण के बाद असन्तोष तेज़ी से बढ़ रहा है । सबसे ज्यादा असन्तोष उन नेताओं में है जिनके टिकट लोकसभा की उम्मीदवारी से काट दिए गए है । इस असन्तोष में ताज़ा नाम जुड़ा है बाराबंकी से मौजूद भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत का । प्रियंका सिंह रावत ने टिकट काटे जाने से इस कदर आहत हुई कि नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए आलाकमान से प्रश्न किया कि आखिर उनका टिकट क्यों काटा गया । आगे की राजनैतिक संभावनाओं पर मौजूदा सांसद ने कहा कि अभी उन्हें आलाकमान के उत्तर का इंतज़ार है । उत्तर मिलने के बाद आगे के कदम पर विचार किया जाएगा ।

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भाजपा ने बाराबंकी से मौजूदा सांसद प्रियंका सिंह रावत का टिकट काट कर अपने विधायक उपेन्द्र सिंह रावत को इस बार मैदान में उतारा है । अपने टिकट कटने से नाराज प्रियंका सिंह रावत ने नेतृत्व की मानसिकता पर ही सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रदेश में जिन सांसदों के टिकट काटे गए है वह सभी सुरक्षित सीटों के सांसदों के ही हैं । क्या सामान्य सीटों के सांसदों का काम ठीक था आखिर सारा फेरबदल सुरक्षित सीटों पर ही क्यों किया गया । प्रियंका सिंह रावत ने कहा कि काटे गए टिकटों में अधिक एससी महिलाएं है जबकि वह स्वयं महिला होने के बाद भी पुरुषों से ज्यादा काम किया , क्षेत्र में भी सुलभ रहीं और जनता के सम्मान के लिए अथक परिश्रम किया । इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया , उनका टिकट क्यों काटा गया इसका जवाब नेतृत्व को देना होगा ।

प्रियंका सिंह रावत से जब यह पूँछा गया कि अब आगे उनका क्या कदम होगा तो उन्होंने कहा कि अभी तो उन्होंने आलाकमान से सवाल किया है उसके जवाब का इंतज़ार है अगर जवाब नही मिलता तो जनता ही तय करेगी कि उन्हें आगे क्या करना चाहिए । प्रियंका सिंह रावत ने कहा कि वह जानता के लिए बीमार होने के बावजूद उनके साथ खड़ी रही , जब कुछ अराजकतत्वों ने जनपद में हिन्दू – मुसलमान करवाना चाहा तो उनके मंसूबे कामयाब न होने पाए इसके लिए वह जानता के साथ खड़ी रही । मेरी इतनी ज्यादा मेहनत के बावजूद आखिर उनके कामों में क्या कमी रह गयी इसका जवाब नेतृत्व को देना होगा । सामान्य सीटों से जीते सांसदों का रिपोर्ट उनसे किस मायने में अच्छा रहा इस सवाल का जवाब भी नेतृत्व से पूँछा गया है जिसके जवाब का इंतज़ार रहेगा ।

प्रियंका सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने एक साल पहले ही नेतृत्व से अपने बारे में टिकट की स्थिति साफ करने के बारे में पूँछा था तो मुझे आस्वासन दिया गया कि सब ठीक है और सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने के लिए सभी सरकारी कार्यक्रमों में वह उपस्थित रहे । नेतृत्व के कहने पर ही उन्ही के अनुसार काम किया , फिर भी उनके कामों को नजरअंदाज कर दिया गया ।

बाईट – प्रियंका सिंह रावत ( निवर्तमान भाजपा सांसद बाराबंकी )

रिपोर्टर, सैफ मुख्तार