भैरमपुर गांव में बारिश की बाढ़ से घरों में घुसा पानी, कई घर ढहे और कई घर गिरने की कगार पर, लोग हुए दूसरे के घरों में पनाह लेने को मजबूर
भैरमपुर गांव में बाढ़ पीड़ितों से मिलने नहीं पहुंचा कोई आला अधिकारी
भैरमपुर गांव में बाढ़ से घरों में घुसा पानी, कई घर ढहे और कई घर गिरने की कगार पर
ब्यूरो रिपोर्ट (वाँइस आँफ निगोहां)
राजधानी लखनऊ के निगोहा थाना क्षेत्र मीरकनगर के मजरा भैरमपुर गांव में बारिश का पानी इतना कहर बरपाया कि बहुत ही पुराना तालाब बनिहांव भरने के बाद अब पानी कई मकानों को अपनी आगोश में ले रहा है लगभग आधा दर्जन मकान पानी में ढह कर डूब चुके है। सुंदरलाल, कृष्ण कुमार, कृष्णपाल , आनंद कुमार , कुंवारे, नवमी लाल, विशुन दयाल , खुशीराम, लगभग आधा दर्जन मकान ढह चुके बाढ़ के पानी ने अपनी आगोश में ले चुका है,। छोटेलाल, नन्हे प्रसाद, भाई लाल, हरिश्चंद्र, ननकऊ , मुरलीधर, अनिल कुमार, वीरेंद्र कुमार जैसे दर्जनों घर पानी से गिरने की कगार पर आ गए हैं अभी तक प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा जो कि बाढ़ पीड़ितों को मदद मिल सके और मदद की किरण दिखाई दे। कई ग्रामीणों ने अपने घरों को खाली कर दूसरों के घरों में जाकर पनाह ली दूसरों के घरों में किसी तरह से ग्रामीण गुजर-बसर कर रहे हैं भैरमपुर गांव के कॉलोनी में सभी जगह पानी भरा होने की वजह से गाय और भैंसों को बांधने की जगह भी नहीं है सभी ज्यादातर जानवरों के कीड़े लगे हैं व चोटिल हैं और बीमार हो रहे हैं जिसके चलते ग्रामीण परेशान दिखाई दे रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि इस बाढ़ के पानी से हमारे कच्चे मकान लगातार गिरते जा रहे हैं, अगर इसी तरह पानी भरा रहा तो कच्चे तो कच्चे हैं पक्के बने मकान भी ढहना शुरू हो जायेंगे, नौमीलाल ने बताया कि अगर हम अपने परिवार समेत मीरक नगर नहीं आते, तो किसी भी समय मेरा पानी में गिर सकता है और बड़ी घटना हो सकती थी।